इंदौर, 22 सितम्बर 2024 – इंदौर शहर में आज “No Car Day” के तहत एक विशेष मुहिम चलाई जा रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और शहरी प्रदूषण में कमी लाना है। इस अवसर पर इंदौर के पुलिस कमिश्नर श्री राकेश गुप्ता ने शहरवासियों को मुहिम से जुड़ने और अधिक से अधिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करने की अपील की।
श्री गुप्ता ने कहा, “इंदौर एक स्वच्छ और हरा-भरा शहर है, और इसे बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है। आज ‘No Car Day’ पर, मैं सभी से अनुरोध करता हूँ कि वे अपने निजी वाहनों का उपयोग कम करें और सार्वजनिक परिवहन, साइकिल या पैदल चलने जैसे स्थायी साधनों को अपनाएं। यह न केवल हमारे पर्यावरण के लिए बल्कि हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद होगा।”
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अहम कदम
“No Car Day” का उद्देश्य शहर की सड़कों पर वाहनों की संख्या कम करना और हवा की गुणवत्ता को सुधारना है। इस दिन को सफल बनाने के लिए इंदौर मेट्रो, सिटी बस सेवा, और अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधाओं में अतिरिक्त सेवाएँ दी जा रही हैं, ताकि नागरिकों को आवागमन में किसी प्रकार की समस्या न हो।
शहरवासियों का सहयोग जरूरी
शहर के कई लोगों ने इस मुहिम को सकारात्मक रूप से स्वीकार किया है। एक स्थानीय निवासी, रितेश शर्मा, ने कहा, “यह एक बहुत ही सराहनीय पहल है। हम सभी को इसे अपना नैतिक कर्तव्य मानकर ‘No Car Day’ को सफल बनाना चाहिए। इससे न केवल पर्यावरण की सुरक्षा होगी, बल्कि शहर में ट्रैफिक जाम से भी राहत मिलेगी।”
शहर की कई एनजीओ और सामाजिक संगठनों ने भी “No Car Day” को समर्थन दिया है। वे जागरूकता फैलाने और लोगों को इस पहल से जोड़ने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चला रहे हैं।
ट्रैफिक पुलिस की विशेष तैयारी
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस दिन ट्रैफिक पुलिस ने भी विशेष व्यवस्था की है। शहर के प्रमुख चौराहों और मार्गों पर अधिक पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि यातायात को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। साथ ही, ऐसे लोग जो अपने निजी वाहनों का उपयोग कर रहे हैं, उन्हें इस मुहिम का महत्व समझाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
भविष्य की दिशा में एक कदम
“No Car Day” को इंदौर शहर में पहली बार इतने बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है, लेकिन इसे एक नियमित गतिविधि बनाने की दिशा में भी चर्चा हो रही है। शहर के नागरिकों का यदि सहयोग मिलता रहा, तो यह पहल पर्यावरण संरक्षण के लिए एक आदर्श मिसाल बन सकती है।
इस तरह की पहलों के साथ, इंदौर स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी एक उदाहरण पेश कर रहा है।
निष्कर्ष:
“No Car Day” जैसे आयोजन न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि छोटे-छोटे प्रयासों से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। इंदौर के नागरिकों के सहयोग से यह मुहिम निश्चित ही सफल होगी और अन्य शहरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।